इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल के सुरनजीत चटर्जी ने कहा कि पहली लहर में कोरोना ने बुजुर्गों को शिकार बनाया था, दूसरी लहर में युवा (younger people )इसकी चपेट में हैं. वायरस का लगातार म्यूटेशन हो रहा है. युवाओं को भी ऑक्सीजन (Oxygen Crisis) की जरूरत ज्यादा पड़ रही है. प्रोफेसर गिरिधर आ बाबू ने कहा कि वायरस के वैरिएंट (Corona Virus Variant) का आयुवर्ग पर ज्यादा बदलाव नहीं आया है. ज्यादा मरीज बढ़ने के कारण ज्यादा युवाओं के भी गंभीर मामले सामने आ रहे हैं. अगर शुरुआती दौर पर सुविधाएं न मिलें तो बाद में हालत गंभीर हो जाती है. महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स (Maharashtra Covid Taskforce) के डॉ. ओम श्रीवास्तव ने कहा कि जब बीमारी ज्यादा गंभीर हो जाती है तो ज्यादा ऑक्सीजन की ज्यादा दरकार होती है. यह वायरस युवाओं के हार्ट पर भी असर डाल रहा है.