इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रैफिक के अध्यक्ष रोहित बलूजा ने NDTV के साथ बातचीत में कहा कि जब दुर्घटनाएं होती हैं तो उस वक्त हम केवल उन चीजों के बारे में बात करते हैं जिन्हें हम ठीक समझते हैं. इसके अलावा बहुत से ऐसे मुद्दे हैं जो सड़क सुरक्षा को प्रभावित करते हैं. उन्होंने कहा कि हमारे आंकड़े कहते हैं कि दुर्घटनाओं में हर साल 1.5 लाख लोग मारे जाते हैं, जबकि डब्ल्यूएचओ का कहना है कि यह गलत है और भारत में हर साल 3 लाख लोगों की दुर्घटनाओं में मौत होती है.