मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दंतेवाड़ा पहुंच कर शहीदों को कंधा दिया. इसके बाद जवानों का पार्थिव शरीर उनके परिवार वालों को सौंप दिया गया है. वहीं एक परिवार ने एनडीटीवी को बताया कि वो भाई का शव गांव नहीं ले जा पाएगा, क्योंकि गांव वालों से अनुमति नहीं मिली है. नक्सलियों के दबाव के कारण ऐसा किया जा रहा है.