अब यह किसी से छुपा नहीं है कि कोरोना कितना भयावह रूप लेकर इस बार हमारे सामने आया है. हर राज्य से मामले बढ़ने और मौत के आंकड़े बढ़ने की खबरें आ रही हैं, साथ ही आंकड़े छुपाने की खबरें भी हैं. श्मशानों पर अंतिम संस्कार के लिए कतारें लग रही हैं तो कहीं जलती हुई चिताओं को छुपाने की कवायद हो रही है. इन सब के बीच एक सवाल उठना लाजमी है कि हमारी तैयारी कहां थी? दो हफ्ते पहले तक यही कहा जाता रहा कि किसी चीज की कोई कमी नहीं है, चाहे वो वैक्सीन हो, दवाएं हों, ऑक्सीन हो या अस्पताओं में बेड हो.