सचिन पायलट का निकाला जाना राजस्थान और राजनीति के लिए बड़ी घटना है. इस पर आप सुबह से लगातार कवरेज देख भी रहे है. यह राजनीति अभी कई मोड़ लेगी. इसलिए मैं भी उसे यहीं छोड़ता हूं. उसका कारण है. बिहार से एक बच्चे का मैसेज. उसके पिता फुटपाथ पर पड़े रहे, भर्ती होने के लिए. वीडियो वायरल हुआ तब जाकर उन्हें पटना एम्स में भर्ती किया गया. आज बेटे का मैसेज आया कि सर पापा नहीं रहे. सचिन पायलट तो फिर से मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बन जाएंगे, लेकिन उस बच्चे के मैसेज के बाद मैंने तय किया कि प्राइम टाइम कोरोना पर ही करुंगा. इस महामारी से भारत में 23727 लोगों की मौत हो चुकी है. करीब 24 हजार लोगों की मौत इतनी सामान्य संख्या तो नहीं कि आसानी से बेपरवाह हुआ जा सके. अभी भी हम कई राज्यों में तैयारियों और इंतजाम के चरणों में हैं. भारत टेस्टिंग के मामले में काफी पीछे है, लेकिन जब महामारी इस तरह फैलने लगे तो टेस्टिंग का मतलब क्या रह जाता है?