कैसे होता है थैलेसीमिया: बच्चे को माइनर थैलेसीमिया (Thalassaemia) होगा या मेजर थैलेसीमिया यह पूरी तरह से उसके माता पिता क्रोमोजोम पर निर्भर होता है. शरीर में रेड ब्लड सेल्स की तकरीबन 120 दिन होती है. लेकिन थैलेसीमिया के मरीजों में यह करीब-करीब 20 दिन की होती है. ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि इन लोगों को हर 21 दिन बाद खून चढ़ाया जाए. थैलेसीमिया के बारे में बता रही हैं अनिता शर्मा (Anita Sharma).