अगर हार्ट अटैक के दौरान CPR सही वक्त पर मिल जाए तो कई लोगों की जान बचाई जा सकती है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन के ज़रिए इस अभियान की शुरुआत की है. आज देश में 20 लाख लोग एक साथ CPR की ट्रेनिंग ले रहे हैं. सीपीआर की ट्रेनिंग देने की आखिर ज़रूरत क्यों पड़ी और आगे की क्या है रणनीति इस पर बात की संवाददाता परिमल कुमार ने NBE के अध्यक्ष अभिजात सेठ से.