राजस्थान में बीजेपी अब अपनी हार पर मंथन कर रही है. पिछले विधानसभा चुनावों में जहां उसे 200 में से 163 सीटों पर जीत हासिल हुई थी वहीं इस बार ये आंकड़ा घटकर 73 रह गया. राज्य में प्रचार के लिए बीजेपी ने अपने सभी स्टार प्रचारकों को झोंक दिया था इसके बावजूद बीजेपी अपने पुराने प्रदर्शन से बहुत पीछे रही. बीजेपी को लगता है कि इन चुनावों में हिंदुत्व के कार्ड ने काम नहीं किया. कांग्रेस को वसुंधरा सरकार के ख़िलाफ़ सत्ता विरोधी लहर का भी फ़ायदा मिला. ऐसे में 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी के पास अपनी रणनीति पर पुनर्विचार के लिए बहुत ज़्यादा समय नहीं रह गया है.