पुरुषों के 73 किग्रा भारोत्तोलन में स्वर्ण जीतने के बाद, अचिंत शेउली ने NDTV से कहा, "यह आसान नहीं था, लेकिन किसी तरह मैंने इसे आसान बना दिया क्योंकि मैं अपने दूसरे प्रयास में उचित लिफ्ट नहीं बना पाया, उसके बाद कठिन लड़ाई हुई. विजय सर मुझे बेहतर करने के लिए कह रहे थे, मैंने अपनी पूरी कोशिश की. मेरी मां ने सिलाई छोड़ दी है, पहले वह सुबह से रात तक करती थी, मैं भी करता था. मैं यह पदक अपने भाई को समर्पित करना चाहता हूं क्योंकि वह हमेशा मेरा समर्थन करते हैं. दबाव था क्योंकि संकेत सरगर ने पदक जीता था."