दक्षिण मुंबई के अग्रीपाड़ा का ये पंडाल मायानगरी मुंबई की हरियाली बचाने की थीम पर बना है. 1919 से लेकर 2019 की मुंबई दिखाने की कोशिश की गई है. हरे भरे पेड़ों के बाद औद्योगीकरण और विकास के नाम पर कटते पेड़ों से पानी-पानी होती मुंबई की भी झलक यहां पेश की गई है. आम मुंबईकरों के साथ ख़ास तौर से स्कूली बच्चे पंडाल पहुंच रहे हैं.