आज खेल दिवस है. क्रिकेट के अलावा देश में दूसरे खेल आगे तो बढ़ रहे हैं लेकिन सवा करोड़ का हमारा देश ओलिंपिक में आज भी छोटे देशों से पिछड़ जाता है. हमारे सहयोगी सुमित बजाज ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग से बात की और जानने कि कोशिश की कि देश में खेलों के हालात के बारे में विस्फोटक बल्लेबाज क्या सोचते हैं.