इसरो ने चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर से ‘विक्रम' लैंडर को सफलतापूर्वक अलग किया है. दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर लैंडर और चंद्रयान 2 अलग-अलग हो गए. इस वक्त चांद की कक्षा में भारत के 2 सैटेलाइट हो गए हैं एक चंद्रयान-2 का लैंडर और दूसरा उसका ऑर्बिटर. इसरो ने रविवार को कहा था कि उसने चंद्रयान-2 को चंद्रमा की पांचवीं एवं अंतिम कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश करा लिया. अब भारत के लिए चुनौती पूर्ण क्षण तब होगा जब विक्रम लैंडर को सात सितंबर को चांद की सतह पर उतारा जाएगा.