कायदे और कानून का पाठ पढ़ाने वाले करीब दो दर्जन पूर्व केंद्रीय मंत्री ऐसे हैं, जो मंत्री न होते हुए भी मंत्रियों को मिलने वाले बंगले पर कब्जा जमाए बैठे हैं। पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा कि किसी मंत्री को अपना ओहदा छोड़ने के महीने भर के भीतर बंगला खाली करना होगा, लेकिन अदालती आदेश की भी इन नेताओं को परवाह नहीं है।