अभिज्ञान का प्वाइंट : व्यक्तिवाद से परे नहीं बीजेपी और संघ
प्रकाशित: मार्च 11, 2014 08:19 PM IST | अवधि: 2:49
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व्यक्तिवाद की बहस नरेंद्र मोदी की वजह से बीजेपी के बारे में वापस शुरू हो चुकी है। वापस कहने से मेरा मतलब और मकसद साफ है कि ये बहस कोई नई नहीं है। किसी भी दूसरे सियासी दल की तरह भारतीय जनता पार्टी ने भी कई चुनाव अपने शीर्ष नेता या चेहरे को ही सामने रखकर लड़े।