शादी सबसे स्वीकृत सामाजिक नियम है और जीवन के एक निश्चित पड़ाव पर यह अनिवार्य होता है। लेकिन कई लोग ऐसे हैं, जो बगैर शादी के अपने साथी के साथ जीवन बिताते हैं। बिना शादी के साथ रहे जोड़ों को क्या समाज कबूल करता है और उनका तजुर्बा कैसा है, देखिए सलाम जिंदगी के इस एपिसोड में...(यह एपिसोड मूल रूप से अक्टूबर, 2007 में प्रसारित हुआ था और इसे एनडीटीवी क्लासिक के तहत दोबारा प्रसारित किया गया है।)