हमारी लोकतांत्रिक पार्टियों में निजी राय भी एक स्टेटस है। अगर आपकी हैसियत ठीक-ठाक है, तो आप निजी राय रखते हुए ऐसी राय रख सकते हैं, जिसे खुद पार्टी तक न रख पाए। जनार्दन द्विवेदी जाति आधारित आरक्षण के खिलाफ हो गए हैं। अभी तक कांग्रेस में उनके कोई खिलाफ नहीं हुआ है।