लतीफों की दुनिया में एक भूचाल आ गया है। किसी ने रजनीकांत को हरा दिया है। रजनीकांत किसी बाऊजी से हार जाएंगे, यह किसी ने नहीं सोचा था। व्हाट्स एप, ट्विटर, फेसबुक की दुनिया में जब आलोक नाथ संस्कारी चुटकलों के प्रतीक बन गए, तो वह गुस्सा होने की बजाए मुस्कुराने लगे, स्वागत करने लगे। इसे कहते हैं संस्कार की पराकाष्ठा।