लोकपाल बिल पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि यह बिल तभी संभव हो पाया है, जब कांग्रेस और बीजेपी के बीच आंखों ही आंखों में इशारा हो गया। येचुरी ने सरकारी पैसे का इस्तेमाल करने वाली निजी संस्थाओं को भी लोकपाल के दायरे में लाने की मांग की।