तरुण तेजपाल पर लगे यौन हमले के आरोप ने याद दिलाया कि सुप्रीम कोर्ट ने 16 साल पहले 1997 में ही कामकाज की जगह पर एक यौन उत्पीड़न विरोधी कमेटी बनाने का आदेश दिया था। इसे विशाखा गाइडलाइंस के नाम से जाना जाता है। सुप्रीम कोर्ट में अब एक कमेटी बनाई जा रही है।