पिछले कुछ सालों में कश्मीर की सड़कों पर बहा बहुत सारा खून पुलिस और प्रदर्शनकारियों की झड़प का भी नतीजा रहा है। लेकिन अब शायद ऐसा न हो क्योंकि सुरक्षा एजेंसियों को अब नए ढंग से तैयार किया जा रहा है। उनकी सोच बदली जा रही है और उनके हथियार भी बदले जा रहे हैं।