प्रयागराज में चल रही धर्म संसद की अगुवाई द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद कर रहे हैं. इस धर्म संसद में एलान कर दिया गया है कि राम मंदिर शिलान्यास का काम 21 फरवरी से शुरू कर दिया जाएगा. राम मंदिर निर्माण पर यहां बड़ा फैसला ले लिया गया है, मंदिर निर्माण का खाका प्रयाग में तय होगा. इस धर्म संसद में मौजूद संत समाज मोदी सरकार से नाराज नजर आया. मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है और कहा गया कि राम मंदिर को लेकर भाजपा का नजरिया साफ नहीं है. संत समाज और जनता को गुमराह कर किया जा रहा है. लेकिन सरकार खुद अपनी पीठ थपथपा रही है और कोर्ट से राम जन्मभूमि की 42 एकड़ जमीन न्यास को लौटाने की कोर्ट से दरख्वास्त को मोदी सरकार का साहसी कदम बता रहे हैं.