लॉकडाउन की सबसे बड़ी मार सब्ज़ी किसानों को पड़ी है. मंडी के खुलने का समय सुबह 3 बजे से सुबह 6 बजे तक ही है और वो भी अपनी उपज थोक व्यापारियों को ही देनी है. आम दिनों की तरह छोटे और फुटकर व्यापारियों को नहीं. लिहाजा 3 घंटे का टाइम और सब्ज़ी बेचने के सीमित वेंडर की वजह से उनकी सब्ज़िया बेभाव हो गई हैं. हालात ये है कि बहुत सा माल बिक नहीं पाने की वजह से सब्जीऔने पौने दाम पर बेची जा रही है. सब्ज़ियां लोगों के किचन में नहीं बल्कि गौशालाओं में नजर आ रही हैं.