तीसरे दौर में जहां आज मतदान हुआ वह सपा का गढ़ रहा है. 2012 में इसी गढ़ ने सपा सरकार की नींव रखी, लेकिन क्या 2017 इस बार वैसी जगह हासिल पाएगा? जबकि यादव परिवार में पड़ी फूट अब तक जारी है, वहीं भाजपा और बसपा ने इस बार अपनी कमर कस ली है और वो सपा को उसी के गढ़ में कड़ी चुनौती दे रहे हैं.