फिल्म 'तुम्हारी सुलु' की कहानी है एक हाउस वाइफ सुलोचना की जिसका पति गारमेंट फैक्ट्री में काम करता है और 10 साल का एक बेटा भी है. सुलु यानी सुलोचना अपने परिवार में खुश है. वह कम पढ़ी लिखी है, उसके सपने बड़े नहीं है लेकिन वो कुछ भी करके थोड़ा पैसा कमाना चाहती है और एक दिन उसे एक रेडियो स्टेशन में रात के प्रोग्राम के लिए आरजे की नौकरी मिल जाती है.