लालकिले से स्वतंत्रता दिवस संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि इस कालखंड होने वाली घटनाएं आगामी एक हजार साल के लिए प्रभाव पैदा करने वाली है. गुलामी की मानसिकता से बाहर निकला हुआ देश पांच प्राण को समर्पित हो कर के एक नए आत्मविश्वास के साथ आज आगे बढ़ रहा है.