जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के 17 साल के सोनक सिंह के पिता की 15 साल पहले आतंकियों ने मार डाला था। इसके बावजूद सोनक ने हौसला नहीं छोड़ा और जमकर पढ़ाई करते हुए मैट्रिक में 92 फीसदी अंक हासिल किए। उसका संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है। आगे की पढ़ाई करने के लिए उसके पास पैसा नहीं है। सोनक सिंह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में देश की सेवा करना चाहता है।