‘बाबा का ढ़ाबा’ की कहानी मैंने पहले दिन से कवर की है. ये कहानी पहले इससे इतने दुखद या चिंताजनक मोड़ पर पहले कभी नहीं आई थी. बल्कि ‘बाबा का ढ़ाबा’ की कहानी तो हिंदी फिल्मों के टक्कर की थी. जिसमें अचानक एक दिन बाबा की किस्मत बदल गई. अचानक बाबा एक दिन सोशल मीडिया के सितारे बन गए. लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि बाबा आलोचना का शिकार हुए, और इतनी आलोचना के शिकार हुए कि बाबा को रोना ही आ गया.