भारत में धार्मिक नेता बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, यह एक सामाजिक बुराई है जो लाखों लड़कियों से उनका बचपन, अधिकार और सम्मान छीन लेती है। अक्षय तृतीया से पहले विश्व आर्य समाज परिषद के अध्यक्ष स्वामी आर्यवेश ने लोगों से जागने और बाल विवाह से लड़ने का आग्रह किया। वह कहते हैं, ''आइए साथ मिलकर इस बुराई के खिलाफ आवाज उठाएं.''