मियां- बीवी अगर राज़ी हो तो तलाक के लिए छह महीने के इंतजार की ज़रूरत नहीं है. सुप्रीम कोर्ट के इस फ़ैसले का असर ख़ासतौर से मुंबई में पड़ता हुआ दिखा रहा है, जहां 5000 से भी ज़्यादा तलाक़ के मामले फ़ैमिली कोर्ट में पेंडिंग बताए जाते हैं. बार-बार आपसी सहमति के लिए मिलने वाली तारीख़ क्लाइंट से लेकर वकीलों को कितना परेशान करती हैं... दिखें इस रिपोर्ट में...