मायावती काफी वक्त से चुप बैठीं थीं। उत्तर प्रदेश के 2012 के विधानसभा चुनावों में मिली हार और फिर 2014 के लोकसभा चुनाव में हाथ आई मायूसी ने उनके होंठों पर ताले लगा दिए थे, लेकिन अब मायावती ने एक बार फिर अपनी खोई हुई आवाज़ को ढूंढ लिया है। एक बार फिर हम उन्हें अपने वहीं पुराने आक्रामक अंदाज में देख रहे हैं।