जर्मनी के बॉन शहर में इन दिनों जलवायु परिवर्तन सम्मेलन चल रहा है. भारत और दूसरे विकासशील देशों का दबाव यहां काम आया और विकसित देश आख़िरकार उस ज़िम्मेदारी को मानने के लिए तैयार हुए जिससे वो लगातार बच रहे थे. बॉन में लिखी जा रही संधि में भारत ये लिखवाने में कामयाब हुआ है कि विकसित देश बताएंगे कि उन्होंने कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए अब तक क्या किया और आगे उनकी क्या योजना है. इसी मुद्दे पर जलवायु परिवर्तन विशेषज्ञ हरजीत सिंह से बॉन में हमारे सहयोगी हृदयेश जोशी ने बात की.