जिस वक्त दुनिया 2014 का पन्ना पलटकर 2015 के कैलेंडर में दाखिल हो रही थी, उस वक़्त अरब सागर के अंधेरे में एक भारतीय जहाज़ एक संदिग्ध नौका का पीछा कर रहा था। भारतीय कोस्ट गार्ड का दावा है कि इस नाव पर हथियार और विस्फोटक लदे हुए थे। 31 तारीख़ की रात पौने तीन बजे के आसापास इस नाव में बैठे लोगों ने अंततः अपने लिए मौत का सफ़र चुन लिया।