कोरोना के संकट (Corona Pandemic) का साया लघु उद्योगों पर गहराता जा रहा है. सप्लाई चेन एक महीने में पूरी तरह चरमरा गई है. मॉल और दुकानें बंद होने से ऑर्डर तेजी से घट रहे हैं. संकट इस कदर है कि एक चौथाई से ज्यादा लघु उद्योगों के कर्मचारियों की नौकरी जाने का खतरा है. कपड़ा उद्योग (Textile industry) भी इसकी मार झेल रहा है. क्लॉथ मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (Cloth Manufacturers Association of India) के मुताबिक, 72 फीसदी इकाइयों के 50 फीसदी ऑर्डर कैंसल हो गए हैं. उन्हें सरकार से राहत की दरकार है. कोरोना संकट और लॉकडाउन के कारण एमएसएमई (MSME Sector) सेक्टर को तुरंत मदद न मिली तो लाखों लोग बेरोजगार हो जाएंगे.