डव #StopTheBeautyTest टेलीथॉन के दौरान लेडी श्रीराम कॉलेज में मनोविज्ञान की सहायक प्रोफेसर डॉ मेघा ढिल्लन ने कहा कि मनोवैज्ञानिक रूप से किशोर बहुत आत्म-जागरूक होते हैं और वे अपने साथियों की राय और मूल्यांकन को बहुत अधिक महत्व देते हैं. डॉ ढिल्लन ने समझाया कि यही वह चीज है जो स्कूलों और कॉलेजों में युवाओं के लिए आत्मसम्मान की शिक्षा को एक बहुत महत्वपूर्ण घटक बनाती है.