काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में हालात बहुत खराब होते जा रहे हैं. राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अफगानिस्तान छोड़ने के बाद कहा कि देश और पद न छोड़ता तो ख़ून खराबा होता. वहीं, दुनियाभर के देशों को अफगानिस्तान में रह रहे अपने नागरिकों की चिंता सता रही है. तमाम देशों ने तालिबान को चेताया भी है कि विदेशियों की सुरक्षा अब उसकी ज़िम्मेदारी है. अफगानिस्तान के हालात पर यूएन सिक्युरिटी काउंसिल की बैठक बुलाई गई है. इन सभी विषयों के बारे में बता रहे हैं हमारे वरिष्ठ सहयोगी उमाशंकर सिंह...