Tahawwur Rana Extradition: 26 नवंबर 2008 का वो खौफनाक दिन, सपनों के शहर मुंबई में आतंकी समंदर की लहरों के बीच से होकर दशहत फैलाने के नापाक इरादों के साथ दाखिल हुए. जिन्होंने दूधिया रोशनी में नहाए शहर की चमक को खून के धब्बों से रंग दिया. सन्नाटे को चीरती गोलियों की आवाज़, होटलों की आलीशान दीवारों में गूंजती चीखें, और सड़कों पर फैलता खौफ