तक़रीबन सात दशक से अदालतों में लंबित अयोध्या जमीन मामला अब अपने नतीजे की तरफ़ तेज़ी से बढ़ रहा है. ये तेज़ रफ़्तार भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की उस उम्मीद भरे बयान से नज़र आ रही है, जिसमें आज उन्होंने 18 अक्टूबर तक सभी पक्षों की सुनवाई पूरी कर लेने की बात कही. जबकि इसी तारीख़ से पहले मध्यस्थता कमेटी से दोबारा बातचीत करके, पक्षकारों के लिए समझौते का विकल्प भी छोड़ा है. इसके चार हफ़्ते बाद 17 नवंबर से पहले सुप्रीम कोर्ट कभी भी अपना फैसला सुना सकता है.