भारत में सफाई कर्मचारी उन लोगों को माना जाता है जो हाथ से ही मल-मूत्र, सीवर और कूड़ा आदि साफ करते हैं. 2011 के सेंसेक्स के मुताबिक देश में अभी भी 1 लाख 82 हजार परिवार ऐसे में जिनका एक सदस्य इस काम में लगा है, लेकिन औरंगाबाद के इस टॉयलेट ने सफाई कर्मियों में उम्मीद जगाई है. देखें खास रिपोर्ट.