केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने अपने स्कूलों से बहुभाषी शिक्षा को लेकर वैकल्पिक माध्यम के रूप में भारतीय भाषाओं का उपयोग करने पर विचार करने को कहा है. ऐसे में सवाल यह है कि क्या भारतीय भाषाओं में पढ़ाई करने से छात्रों को आसानी होगी? क्या इससे छात्रों को फायदा होगा.