यूपी चुनावों के मद्देनजर बीजेपी की बीतीरात जारी हुई दूसरी लिस्ट में भी पिछड़ों को तरजीह दी गई है. जातीय समीकरणों के लिहाज से पिछड़ों के अलावा सवर्णों को साधने की कोशिश साफतौर पर दिख रही है.155 लोगों की इस दूसरी लिस्ट में बीजेपी ने परिवारवाद पर दांव खेला है.