अगर तेरह साल तक किसी ख़ौफ़ में कोई स्कूल बंद रहे तो सोचिए उस इलाके के लोगों पर क्या गुज़रती होगी. छत्तीसगढ़ का नक्सल प्रभावित सुकमा ज़िले का बड़ा इलाका ऐसा ही था. सुकमा के जगरगुंडा में प्रशासन ने लंबे अंतराल के बाद ऐसे ही बंद पड़े एक स्कूल को फिर से शुरू किया है. यहां उम्मीदों का एक नया चिराग जलाने की कोशिश ज़रूर हुई है लेकिन चुनौतियां अब भी कम नहीं हैं. हमारी टीम इस मुश्किल इलाके से उम्मीद भरी ये तस्वीरें लेकर लौटी है. देखिए हमारे सहयोगी रिज़वान ख़ान, विकास तिवारी और अनुराग द्वारी की ये रिपोर्ट -