दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक संजीव चावला को आखिरकार 19 साल बाद लंदन से भारत लाने में सफल रही. संजीव चावला को कई कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद प्रत्यर्पण कर भारत लाया जा सका है. संजीव चावला 2000 के मैच फिक्सिंग के मामले में आरोपी है और तभी से उसकी तलाश चल रही थी, उसे भारत आने के बाद मैच फिक्सिंग की दुनिया के तमाम राज खुल सकते हैं और क्रिकेट की दुनिया के कुछ और सितारों के नाम सामने आ सकते हैं. साल 2000 में क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह ने साउथ अफ्रीका के खिलाड़ी हैंसी क्रोनिए और संजीव चावला के बीच बातचीत की रिकॉर्डिंग सुनी थी और तब मैच फिक्सिंग का खुलासा हुआ था.