Rohini Acharya Controversy: बिहार की राजनीति में लालू प्रसाद यादव का परिवार सिर्फ एक राजनीतिक घर नहीं, बल्कि एक संस्था रहा है.कभी यह कहा जाता था कि राजनीति में जो लालू के साथ है,वही सत्ता में है.लेकिन वक्त के साथ यह परिवार खुद राजनीति का अखाड़ा बनता दिख रहा है. जहां रिश्तों की डोर ढीली पड़ी,वफादारियां बदलीं और परिवार के झगड़े ने पूरी पार्टी यानी राष्ट्रीय जनता दल को कमजोर कर दिया. लालू परिवार के भीतर कलह का इतिहास नया नहीं है. यह कहानी 1990 के दशक से शुरू होती है, जब लालू यादव पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने और उनके साथ उनके साले साधु यादव और सुभाष यादव जैसे रिश्तेदारों की एंट्री राजनीति में हुई.