लोकसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस को झटके लगते जा रहे हैं. एक महीने के भीतर ही मिलिंद देवड़ा, बाबा सिद्दकी के बाद दिग्गज नेता अशोक चव्हाण ने भी कांग्रेस से अपने रास्ते अलग कर लिए. हालांकि कांग्रेस कह रही है कि उन्हें नहीं पता कि ऐसा क्यों हो रहा है. जबकि बीजेपी इस मौके को भुनाने के लिए एकदम तैयार दिख रही है.