देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ी को वहां की सरकार कई तरह की सुविधाएं देती है ताकि वह खिलाड़ी अपने गेम को और बेहतर कर पाए. लेकिन हमारे देश के खिलाड़ी इतने खुशनसीब नहीं हैं. उन्हें देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए रोजमर्रा होने वाली तकलीफों से खुद ही दो चार होना पड़ता है. इन सब के बाद भी वह देश के लिए कुछ कर गुजरने के जुनून को नहीं छोड़ते. ऐसी ही एक खिलाड़ी हैं भारतीय महिला जूनियर हॉकी टीम की गोलकीपर खुशबू खान. जो अपने परिवार के साथ झुग्गी में रहने को मजबूर हैं.