आयोध्या को लेकर आए ऐतिहासिक फैसले का हवाला देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला दिया है. जिसमें कहा है, मंदिर के देवता मंदिर से जुड़ी जमीन के मालिक हैं. पुजारी केवल देवता की संपत्तियों के रखरखाव के लिए है. पुजारी को जमीन के मालिक के रूप में नहीं माना जा सकता.