भारत में कोरोना के जिस वेरिएंट की पहली बार पहचान की गई थी उसको लेकर अब जो डेटा सामने आया है उसमें severity of disease यानी बीमारी की गंभीरता तथा इस वेरिएंट से संक्रमित होने के बाद अस्पताल जाने की कितनी संभावना है इस बारे में बताया गया है. इन दो लिहाज से देखा जाए तो भारत में पाए जाने वाले वेरिएंट और यूके में पाए जाने वाले वेरिएंट में ज्यादा अंतर नहीं है. ये डेटा यूके से मिला है, देखिए एक नजर...