बिहार में 2006 में एपीएमसी एक्ट को खत्म कर दिया गया था, कहा गया था कि इसके बाद किसान अमीर हो जाएंगे. हालांकि किसान अभी भी 5 हजार से कम कमाते हैं. बीते वक्त में केंद्र ने गेहूं की फसल का एक प्रतिशत भी किसानों से नहीं खरीदा है. अभी भी धान की सरकारी खरीद शुरू नहीं हुई है. न ही किसानों को सही दाम मिल रहे हैं. इसलिए जो कीमत मिलती है किसान उसी पर बेच देते हैं.