ऐसा कोई हफ्ता या दिन नहीं गुज़रता है, जब देश के किसी हिस्से से ऐसी ख़बरें नहीं आतीं कि एक दल किसी को खाने से रोक रहा है. एक दल किसी को मंदिर के बाहर तरबूज बेचने से रोक रहा है. अधिकारों की लड़ाई संविधान की अदालतों में नहीं, धर्म के चौराहों पर हो रही है. अधिकार का फैसला धर्म के आधार पर हो रहा है.