देश भर में अलग अलग फसलों की खेती करने वालों की समस्या एक जैसी ही है. फिर चाहे बात कॉफी की ही क्यों ना हो. कॉफी की खेती करने वालों का कहना है कि पिछले दस साल से कीमतें बढ़ी ही नहीं है, लेकिन लागत मूल्य तीन गुना बढ़ गया है. मौसम कि वह से फसलों को होने वाले नुक्सान का खामियाजा इन्हें ही उठाना पड़ता है. जो सरकार से मदद मिल रही है वो नाकाफी है. ऐसे में सवाल है कि आखिर कब तक किसान कॉफी कि खेती घटा उठाकर जारी रखेंगे?